श्रृंखला बनाने से पहले राज्य सरकार की तरफ से शुक्रवार को कहा गया था कि इसमें स्कूली बच्चों और अन्य लोगों का शामिल होना ज़रूरी नहीं है। वहीँ राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने पटना में पत्रकारों को जानकारी दी थी कि इस श्रृंखला में लोगों का शामिल होना ऐच्छिक है। जिन्हें इच्छा हो वो शराबबंदी के समर्थन में बनाई जा रही इस श्रृंखला में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को जबरन श्रृंखला में शामिल होने को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया जाएगा। 11000 किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला में लगभग 2 करोड़ लोगों ने भाग लिया, जोकि एक विश्व रिकॉर्ड है। इसके लिए लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में पंजीकरण कराया गया है। इस मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी इसरो और अंतर्राष्ट्रीय 5 सेटेलाईट के जरिए किया गया। जिसमें दो इसरो के हैं। इसके अतिरिक्त सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम चार हेलिकॉप्टर के द्वारा और प्रत्येक जिले में ड्रोन के जरिए मानव श्रृंखला की एरियल विडियोग्राफी की गई है। शिक्षाविद् प्रो. आर के दूबे ने कहा कि कहीं-कहीं तो दो-दो, तीन-तीन लाईनें देखी गयीं । अगर सिर्फ एक लाईन या लाइनों को फैला के लगाया जाता तो यह दूरी चार हजार किलोमीटर तक हो सकती थी। ]]>